ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक मात्र चंद्र ऐसा ग्रह है तो बहुत तेज गति से चलता है। चंद्र मात्र ढाई दिन ही एक राशि में रुकता है। इसके चंचल स्वभाव के कारण इसे मन का देवता भी कहा जाता है। चंद्र हमारे मन को पूरी तरह प्रभावित करता है। यदि चंद्र नीच का या अशुभ फल देने वाला हो तो व्यक्ति पागल भी हो सकता है। चंद्र विपक्ष में होने पर व्यक्ति कोई भी निर्णय ठीक से नहीं कर पाता। मन भटकता रहता है। किसी भी कार्य को लगन से नहीं कर पाता। यदि आपको भी निर्णय लेने में काफी समय लगता है या सही निर्णय नहीं ले पाते है तो आपको यह उपाय करने चाहिए:
- प्रति सोमवार भगवान शिव की विशेष पूजा करें
- प्रतिदिन शिव पर जल चढ़ाएं।
- प्रति सोमवार छोटी कन्याओं को दूध का सेवन कराएं।
- प्रति सोमवार बबूल के पेड़ की जड़ों में दूध चढ़ाएं।
- पीपल को रोज जल चढ़ाएं।
- सोमवार को सफेद गाय का दान करें।
- सोमवार को सफेद गाय को गुड़, चावल आदि खिलाएं।
- सोमवार नदी में चांदी का सिक्का प्रवाहित करें।
- अपने साथ हमेशा एक चांदी का सिक्का रखें।
- चंद्र से संबंधित दान स्वीकार न करें।
- गरीबों को दूध दान में दें।
- आपकी कुंडली किसी ज्योतिषी को दिखाकर परामर्श लें।