हनुमान भक्ति की सबसे लोकप्रिय स्तुति श्री हनुमान चालीसा की चौपाई में श्री हनुमान के संकटमोचक रूप को बताते हुए लिखा गया है कि -
जिसका सरल शब्दों में मतलब भी यही है कि श्री महावीर हनुमान का स्मरण करने से ही सारे दु:ख-दर्द मिट जाते हैं। असल में श्री हनुमान रुद्र अवतार हैं। रुद्र या शिव भी दु:खहर्ता और कल्याणकारी माने गए हैं। समुद्र मंथन में निकले घातक विष का पान हो या गंगा के भीषण प्रवाह को जटा में धारण करना, शिव हमेशा जगत के रक्षक बने।
रुद्र रूप होने से ही श्री हनुमान भी ऐसी ही संकटमोचक शक्तियों और गुणों के स्वामी है। अगर आप भी शरीर, धन, परिवार, कार्यक्षेत्र, व्यापार, व्यवसाय से जुड़े किसी संकट या मुश्किलों से जूझ रहें हैं तो ऐसे वक्त महावीर हनुमान की उपासना बहुत ही राहत देने वाली साबित होगी। इसी उद्देश्य से यहां बताए जा रहे हैं श्री हनुमान के कुछ सरल किंतु अचूक मंत्र -
रविवार वैसे तो सूर्य उपासना का दिन होता है। किंतु शास्त्रों के मुताबिक सूर्यदेव श्री हनुमान के गुरु हैं। इसलिए इस दिन सूर्य का ध्यान कर श्री हनुमान के इन अचूक मंत्रों को बोलें। यह मंत्र आप किसी भी संकट के वक्त बोल स्वयं की रक्षा कर सकते हैं-
- रविवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर पवित्र हो जाएं। भगवान सूर्यदेव को पवित्र जल भरे कलश से पूर्व दिशा की ओर मुख कर अघ्र्य दें। सूर्य प्रतिमा को गंध, फूल अर्पित करें।
- इसके बाद घर या मंदिर में श्री हनुमान की सामान्य पूजा करें। जिसमें पवनपुत्र को सिंदूर, लाल चंदन, अक्षत, फूल, लाल वस्त्र अर्पित करें। गुड़-चने का भोग लगाएं और श्री हनुमान के इन सरल मंत्रों का यथाशक्ति जप करें -
- ॐ महाबल पराक्रमाय नम:
- ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नम:
- ॐ सर्वदु:खहराय नम:
- ॐ महाकायाय नम:
- ॐ चिरंजीविने नम:
- पूजा और मंत्र जप के बाद श्री हनुमान और सूर्यदेव की आरती धूप, दीप, कर्पूर से करें।
- अंत में क्षमाप्रार्थना कर कष्ट-पीड़ाओं से रक्षा की कामना करें।
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